उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपों का सामना कर रहे बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के परिवार से ठगी की कोशिश करने का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने ठगी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दो युवकों ने बीजेपी नेता और सीबीआई अधिकारी बनकर कुलदीप सेंगर की पत्नी को फोन किया और उन्हें छुड़वाने के बदले में एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी। वहीं जब परिवार को शक हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार किया। इन दोनों आरोपियों की पहचान विजय रावत और आलोक द्विवेदी के तौर पर की है।

सेंगर की पत्नी ने बताया कि नकली सीबीआई अधिकारी उनसे सेंगर के गैंगरेप केस में मदद करने और सीबीआई से छुड़वाने का लालच दिखा रहे थे। आरोपियों ने सेंगर की पत्नी संगीता सिंह को पहले BJP नेता बनकर फोन किया। लेकिन जब बात नहीं बनी तो वे खुद को सीबीआई का अधिकारी बताने लगे।

सेंगर की पत्नी ने पुलिस को बताया कि जब आरोपी उन्हें बार-बार फोन कर रिश्वत की मांग करने लगे तो उन्हें शक हुआ। जिसके बाद सेंगर की पत्नी ने लखनऊ के गाजीपुर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। वही मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरु कर दी। पुलिस ने सबसे पहले सेंगर की पत्नी के मोबाइल पर आने वाले फोन नंबर को सर्विलांस पर डाला और आरोपियों को लखनऊ से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में एक सिपाही बनना चाहता था, जबकि दूसरा एक ठेकेदार के यहां काम करने वाला कर्मचारी है।

आपको बता दें कि एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप के आरोप में कुलदीप सेंगर न्यायिक हिरासत में हैं। तीन दिन पहले ही सेंगर को उन्नाव जेल से सीतापुर जेल शिफ्ट किया गया है। पीड़िता ने हाईकोर्ट में अपील कर कहा था उन्नाव जेल में रहते हुए सेंगर उसके परिवार के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

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