जेएनयू की पूर्व छात्र शेहला राशिद पर उनके ही पिता ने गंभीर आरोप लगाया है। शोरा राशिद ने अपनी ही बेटी को देशद्रोही करार दिया है। शोरा ने सोमवार को बयान देते हुए कहा की शेहला राजनीति में प्रवेश करने के लिए गलत तरीके से धन जमा कर रही हैं। साथ उसके एनजीओ के खिलाफ भी जांच होनी चाहिए। अपने पिता द्वारा लगाए गए इन सभी आरोपों को शेहला ने बेतुका बताया है। शेहला ने आगे कहा, परिवार द्वारा घरेलू हिंसा को लेकर शिकायत दर्ज कराने के बाद श्रीनगर वाले आवास पर उनके पिता पर रोक लगा दी गई थी।

शेहला ने आरोप को किया खारिज

शोरा ने यह भी कहा कि उनकी पत्नी जुबैदा शौर, बड़ी बेटी आसमा रशीद और एक पुलिसकर्मी साकिब अहमद भी उसके साथ है। उन्होंने कहा कि साकिब को पीएसओ बताया जाता है।

इस मसले पर शेहला ट्वीट किया है। शेहला लिखती हैं, “परिवार में ऐसा नहीं होता, जैसा मेरे पिता ने किया है। उन्होंने मेरे साथ-साथ मेरी मां और बहन पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।”

शेहला राशिद के पिता के अनुसार उनकी पुत्री साल 2017 में अचानक ही कश्मीर की राजनीति में सक्रिय हो गई थी। बेटी पहले नैशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई थी। उसके बाद जेकेपीएम में शामिल हुई थी। उन्होंने बताया कि टेरर फंडिंग मामले में पहले ही इंजिनियर रशीद और जुहूर वटाली गिरफ्तार हैं।

2017 में शेहला राजनीति में हुई सक्रिय

इन नेताओं ने उनकी बेटी को नई पार्टी में शामिल होने के लिए तीन करोड़ रुपये के पैकेज की पेशकश की। अब्दुल रशीद ने बताया कि जून 2017 में इन दोनों नेताओं ने उसे वटाली के घर पर बुलाया था, जो कि श्रीनगर में है। वहां पर उसे कहा गया कि वे लोग नई पार्टी बनाने जा रहे हैं और उसमें उनकी बेटी को जोड़ा जाएगा।

अब्दुल राशिद शोरा ने कहा कि शेहला से पूछा जाए अगर वो नेशनल पॉलिटिक्स में थीं, तो उनका अचानक कश्मीर पॉलिटिक्स में आने का मतलब क्या है. शेहला के लिए कश्मीर की पॉलिटिक्स में कुछ नहीं है। अब्दुल राशिद शोरा ने कहा कि शेहला 370 के मसले पर सुप्रीम कोर्ट चली गईं, कश्मीर के राजनीतिक दल जो पहले चुनाव से दूर गए थे अब फिर वो वापस चुनाव में आ रहे हैं।

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