शनिवार को जम्मू-कश्मीर के 11 युवाओं ने भारतीय सेना का अधिकारी बन कश्मीर में मौजूद अलगावादियों और “आतंकवादियों के चेहरे पर जोरदार तमाचाजड़ा है। घाटी के 11 युवा इंडियन मिलिटरी अकैडमी से स्नातक कर भारतीय सेना के अधिकारी बन गए हैं। यह भारतीय सेना में शामिल होने वाले 479 अधिकारियों में से हैं। वहीं मध्य प्रदेश के 13, पश्चिमी बंगाल और कनार्टक के 11-11, केरल और पंजाब के 17, हिमाचल के 21, दिल्ली के 23, महाराष्ट्र के 24, बिहार के 28, राजस्थान के 30, उत्तराखंड के 40, हरियाणा के 49 और उत्तर प्रदेश के 74 युवाओं को भारतीय सेना में बतौर सैन्य अधिकारी शामिल किया गया है।

11 नियुक्त हुए कश्मीरी अधिकारियों में से एक अधिकारी मोहम्मद सलमान ने कहा,हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में शहीद उमर फयाज़ के बारे में कहा कि वे बहुत विनम्र और उत्साहित व्यक्ति थे जो सदैव मुस्कुराया करते थे। वह एनडीए में मुझसे 2 साल और आईएमए में 6 महीने सीनियर थे।

कश्मीरी पंडित आशुतोष ने कहा,’जब मैंने फयाज की मृत्यु के बारे में सुना तो मुझे बहुत डर लगा लेकिन इससे आतंकवादियों को मार गिराने के मेरे इरादे और मजबूत हो गए। मैं घाटी में तैनात होना चाहता था और सौभाग्य से मेरी यह इच्छा पूरी हो गई है।

गौरतलब है कि शहीद लेफ्टिनेंट उमर फयाज अगर आज जिंदा होते तो वह यह पल देख “फूले नहीं समाते” की जहां एक तरफ कुछ कश्मीरी युवा अपने कर्तव्य के मार्ग से भटक गए है वहीं कुछ युवा भारतीय सेना में शामिल हो अपने मातृभूमि का ऋण को अदा रहे हैं। बता दें कि 2016 में सेना में शामिल हुए 23 वर्षीय फयाज को जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी। फयाज बातापुरा में अपने एक रिश्तेदार की शादी में शरीक होने गए थे, जहां से आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया था।

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