बुर्के की आड़ में दुनिया भर में अपराध बढ़ते ही जा रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए दुनियाभर में नकाब को बैन करने की मांग उठ रही है। फ्रांस पहले ही बुर्के पर प्रतिबंध लगा चुका है। अब इसे स्विट्जरलैंड आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है यानि की कही न कही स्विट्जरलैंड बुर्के पर बैन लगाने के लिए आगे बढ़ रहा है। खबर के अनुसार, सार्वजनिक तौर पर चेहरा ढँकने पर प्रतिबंध को लेकर स्विट्ज़रलैंड में रविवार को जनमत संग्रह कराया गया। जिसमें लोगों ने सार्वजनिक तौर पर चेहरा ढँकने को प्रतिबंधित करने के पक्ष में वोट किया।

ब्रॉडकास्टर एसआरएफ के अनुमान के मुताबिक, करीब 52 फीसदी लोगों ने जहां प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वोट किया वहीं 48 फीसदी ने प्रतिबंध ना लगाने के लिए मतदान किया।

बता दें कि, 15 मार्च को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में जुमे की नमाज पढ़ने पहुंचे 50 लोगों को एक आतंकवादी ने अंधाधुंध गोलीबारी करके मौत के घाट उतार दिया था। कुछ उसी तरह रविवार की सुबह श्रीलंका की तीन बड़ी चर्च में ईस्‍टर के मौके पर जमा हुई ईसाई धर्मावलंबियों ने आतंकियों ने निशाना बनाया है। कहा जाता है कि, अपराधियों ने इस घटना को अंजाम देने क लिए बुर्के का सहारा लिया था।

यूरोप के कई देशों ने बुर्के पर आंशिक या पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसमें नीदरलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, जर्मनी और डेनमार्क शामिल हैं। हाल के दिनों में जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क ने कट्टरपंथ को देखते हुए और भी कई तरह के नए प्रतिबंधों को लगाने का ऐलान किया हुआ है।

ल्यूसर्न विश्वविद्यालय के शोध के अनुसार, स्विट्जरलैंड में लगभग कोई भी बुर्का नहीं पहनता है। केवल 30 फीसदी महिलाएं ऐसी हैं जो नकाब पहनती हैं। स्विट्ज़रलैंड की 8.6 मिलियन आबादी में पांच फीसदी आबादी मुस्लिमों की है जिसमें से ज़्यादातर तुर्की, बोस्निया और कोसोवो से हैं।

सेंट्रल काउंसिल ऑफ मुस्लिम ने एक बयान जारी कर कहा कि- आज के फैसले से पुराने जख्म एकबार फिर ताजा हो गए हैं। इससे कानूनी असमानता के सिद्धांत को और बल मिला है और साथ ही मुस्लिम अल्पसंख्यकों को अलग रखे जाने के भी स्पष्ट संकेत मिलते हैं।

यह पहली बार नहीं है जब इस्लामिक मान्यता से जुड़े किसी मुद्दे पर जनमत संग्रह कराया गया है। साल 2009 में भी नागरिकों ने सरकारी सलाह के खिलाफ जाकर मीनारों के निर्माण पर प्रतिबंध लगाने के लिए मतदान किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here