भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ के विरुद्ध टिप्पणी करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली के खिलाफ हमला तेज करते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। भाजपा के मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने यहां एक वक्तव्य में कहा, “मोइली तथा कांग्रेस को वायु सेना प्रमुख के खिलाफ टिप्प्णी करने के लिए उनसे माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस अब ओच्छी राजनीति के लिए सुरक्षाबलों को निशाना बना रही है।”

इससे पहले शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को परिपक्व होने की जरुरत है। जेटली ने फेसबुक पर अपने पोस्ट में लिखा, “ वायु सेना प्रमुख को राजनीतिक बहस में घसीट कर कांग्रेस ने भारतीय राजनीति के लंबे समय से चले आ रहे अलिखित नियम को तोड़ा है। हम अपनी सेनाओं को राजनीतिक विमर्श से अलग रखते हैं। देश में लंबे समय तक सत्ता में रही सबसे पुरानी पार्टी को परिपक्व होने की जरुरत है।”

उल्लेखनीय है कि मोइली ने वायु सेना प्रमुख पर राफेल विमान सौदे के संदर्भ में झूठ बोलने का आरोप लगाया था। वायु सेना प्रमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन में राफेल सौदे के बारे में उच्चतम न्यायालय के फैसले की सराहना करते हुए कहा था कि शीर्ष अदालत ने बहुत अच्छा फैसला सुनाया है। हमारे प्रतिद्वंदी अपनी वायु सेना प्रणाली को पहले ही उन्नत बना चुके हैं जबकि हमें काफी समय लग गया है। उन्होंने राफेल को ‘गेम चेंजर’ करार दिया था।

कांग्रेस राफेल सौदे में भ्रष्टाचार होने का आरोप लगा रही है। उसका कहना है कि इस सौदे के संबंध में उच्चतम न्यायालय सही मंच नहीं है और सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित की जानी चाहिए। सरकार का कहना है कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद सब कुछ साफ हो गया है और जेपीसी के गठन की कोई जरुरत नहीं है।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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