गुजरात और हिमाचल चुनाव के बाद सभी नेता अब जनता के काम में लग गए हैं। यानि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया जहां जनता के लिए कई योजनाएं और नियम-कानून पारित होंगे। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। इस बार के सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। गुजरात में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुई जुबानी जंग संसद में भी जारी रह सकती है। हालांकि एक दिन पहले दिल्ली में गुरूवार शाम सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मौजूद पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद सत्र को उपयोगी साबित करने के लिए सभी पार्टियों से सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं की संसद में सकारात्मक बहस होगी, देश लाभान्वित होगा और प्रजातंत्र मज़बूत होगा। संसद के समय का सदुपयोग होगा।
इस सत्र में मोदी सरकार कई अहम बिल पास करना चाहेगी तो वहीं, विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरना चाहेगी। एक दिन पहले हुए सर्वदलीय बैठक में भाजपा नेता अनंत कुमार ने बताया कि ‘सत्र के दौरान मुख्य मुद्दा अनुदान का पूरक मांग, अनुच्छेद 123 (पिछड़ी जातियों के संवैधानिक दर्जे से जुड़े राष्ट्रीय आयोग) में संशोधन, मुस्लिम महिलाओं को शादी का अधिकार 2017, पर चर्चा की जाएगी। इसके अतिरिक्त राज्यों को जीएसटी मुआवजा सहित 3 अध्यादेश पर भी चर्चा होगी।’ संसद का शीतकालीन सत्र 5 जनवरी तक चलेगा। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह संसद में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा उठाये जाने वाले सभी मुद्दों पर सार्थक चर्चा सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगी।
लेकिन राज्यसभा में शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने राज्यसभा से शरद यादव की सदस्यता खत्म किए जाने पर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई और बाद में इस बढ़ाकर ढाई बजे कर दी। वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने लोकसभा और राज्यसभा में अपनी कैबिनेट के नए मंत्रियों के अलावा राज्यसभा में नए चुनकर आए सांसदों का परिचय करवाया। वहीं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन की नई महासचिव का परिचय करवाया।