AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का कहना है कि सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) को निषाद पार्टी नेता संजय निषाद के बयान पर जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, जो डीएनए के विशेषज्ञ हैं, को निषाद पार्टी प्रमुख के बयान को स्पष्ट करना चाहिए। बीजेपी और आरएसएस के प्रमुख नेताओं को इस पर बोलना चाहिए।’ मालूम हो कि निषाद पार्टी के नेता ने कहा था कि भगवान राम का जन्म एक निषाद परिवार में हुआ था और वह राजा दशरथ के पुत्र नहीं थे।
राम दशरथ के पुत्र नहीं: संजय निषाद
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया है। संजय निषाद ने कहा कि भगवान श्री राम और निषाद राज का जन्म मखौड़ा घाट पर हुआ था। संजय निषाद ने कहा खीर खाने से कोई बच्चा नहीं पैदा होता। उन्होंने भगवान श्री राम को राजा दशरथ का तथाकथित पुत्र बताया। साथ ही उन्होंने BJP से निषादों को आरक्षण देने की मांग की।
संजय निषाद ने भगवान श्री राम और निषाद राज की गले मिलते हुए प्रतिमा लगाने की मांग की है। साथ ही निषाद राज का किला बनाने की भी मांग की है। संजय निषाद ने कहा की इससे निषाद समाज को यह अनुभूति होगी कि वे एक राजा के वंशज हैं।
विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वोट तो सभी पार्टियों ने निषाद समाज का लिया है, लेकिन किसी दल ने अभी तक उनके लिए कुछ भी नहीं किया। संजय निषाद ने कहा की अगले चुनाव में कुछ लोग वोट बांटने की कोशिश जरूर करेंगे। हमारा BJP से आधिकारिक गठबंधन है। ऐसे में हम अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं।
निषादों को आरक्षण दिए जाने की मांग
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में कुछ सीटें निषाद बाहुल्य हैं, अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ मिलकर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। संजय निषाद ने भाजपा से निषादों को आरक्षण दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा की 9 नवंबर से निषाद पार्टी इसको लेकर प्रदेशभर में एक मुहिम चलाएगी। समाज की मांग है की आरक्षण नहीं तो वोट नहीं, ऐसे में अगर वोट बंटेगा तो उसका लाभ दूसरे दलों को होगा।
उन्होंने कहा की 80 सीटें प्रदेश में अनुसचित जाति की हैं उसमें हमें शामिल करके हमारा हक BJP दिलाए तो समाज अगले चुनाव में उसे सत्ता की चाबी सौंपेगा।
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