उत्तराखंड में पौड़ी गढ़वाल जनपद के नैनीडांडा में रविवार को एक यात्रियों से खचाखच भरी बस के गहरी खाई में गिर जाने से 47 लोगों की मौत हो गयी जबकि नौ अन्य घायल हो गये। गंभीर रूप से घायल लोगों को देहरादून हेलीकाप्टर से ले जाया जा रहा है। मृतकों में सबसे अधिक लोग स्थानीय बताये जा रहे हैं। खराब मौसम के चलते हेलीकाप्टर देहरादून से हेलीकाप्टर धुमाकोट पहुंच नहीं पा रहा है। इस हादसे के बाद लोग डरे हुए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (पौड़ी) जगतराम जोशी ने बताया कि हादसा आज सुबह करीब नौ बजे उस समय हुआ, जब नैनीडांडा के भौन से रामनगर जा रही निजी बस पिपली-भौन मोटर मार्ग पर क्वीन पुल के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गयी। हादसे में 45 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि दो अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि घायलों को धुमाकोट अस्पताल ले जाया गया है। गंभीर घायलों को हेलीकाप्टर के जरिए देहरादून अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही है लेकिन धुमाकोट में मौसम की खराबी के चलते हेलीकाप्टर उतरना संभव नहीं हो पा रहा है। प्रशासन ने अस्पतालों को त्वरित उपचार के निर्देश दिया है। प्रशासन ने कहा है कि घायलों के उपचार में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
बता दें कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। शवों को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि बस 28 सीटर है और उसमें संख्या से ज्यादा यात्री सवार थे। हादसे की खबर फैलते ही समूचे राज्य में शोक की लहर फैल गयी है।