छठ पूजा (Chhath Puja) पर एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है। पिछली बार की तरह इस बार भी दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर हमलावर हैं। उन्होंने कहा कि छठ पूजा के 45 दिन पहले ही केजरीवाल ने बैन लगा दिया है। वो भी तब, जब सब कुछ समान्य रूप से चल रहा है।
Manoj Tiwari का हमला
बता दें कि 30 सितंबर को DDMA ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि, ”दिल्ली में त्योहारों के दौरान मेलों, उत्सव, खाने के स्टालों, झूलों, रैलियों और जुलूसों की अनुमति नहीं होगी। सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा की अनुमति नहीं दी जाएगी और लोगों को सलाह दी जाती है कि वे इसे अपने घरों में ही मनाएं।”
बिहार और उत्तर प्रदेश में 10 नवंबर से छठ पूजा शुरु होने वाली है। इससे पहले मनोज तिवारी ने ट्वीट कर लिखा, “दिल्ली की AAP सरकार हर साल छठ पूजा में बाधा डालने का प्रयास करती है.. इस साल जब सब कुछ सामान्य गति से चल रहा है यहां तक दिल्ली में शराब के ठेके, स्विमिंग पूल तक खोल दिए गए हैं तो, छठ माँ की पूजा खुद CM केजरीवाल जी ने 45 दिन पहले ही बैन कर दिया।”
बता दें कि पिछले साल भी दिल्ली सरकार और हाईकोर्ट ने छठ पूजा पर रोक लगा दी थी उस वक्त भी केजरीवाल और मनोज तिवारी के बीच ट्विटर वार हुआ था। मनोज तिवारी ने केजरीवाल को नमक हराम तक कह दिया था।
पूर्वांचल व मिथिला के लोग आहत हैं
वहीं छठ पूजा के आयोजन की अनुमति नहीं मिलने से दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल व मिथिला के लोग आहत हैं। ऐसे में छठ पूजा आयोजन समितियों ने रविवार को छठ घाटों पर दीप व कैंडल जलाकर विरोध प्रदर्शन का फैसला लिया है। इस संबंध में उन्होंने दिल्ली सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार की अपील की है तो केंद्र सरकार से भी हस्तक्षेप का आग्रह किया है।
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