भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक समिति की सातवीं बैठक के परिणाम आ गए हैं। आरबीआई ने एक बार फिर रेपो रेट को स्थिर रखा है। रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर है। इसका मतलब ये हुआ कि आपकी बैंक की ईएमआई नहीं घटेगी। दरअसल, रेपो रेट में कटौती के बाद बैंकों पर ब्याज दर कम करने का दबाव होता है। बैंक ब्याज दर में कटौती करते हैं तो ईएमआई भी कम हो जाती है।
लोन की ब्याज दर में कटौती नहीं करेंगे बैंक
ऐसे में अब रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में बदलाव नहीं करेगा। इसका सीधा मतलब ये हुआ कि बैंक लोन की ब्याज दर में कटौती नहीं करेंगे। आपको बता दें कि आरबीआई ने लगातार सातवीं बैठक में रेपो रेट को 4 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला लिया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लगातार सातवीं बार ब्याज दरों को फिर से अपरिवर्तित रखा है।
वहीं, रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर है। मौद्रिक समिति की बैठक के परिणामो की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में जीडीपी(DGP) ग्रोथ रेट 6.1% रहने की उम्मीद है।