Sainya Dham के प्रवेश द्वार का नाम CDS General Bipin Rawat के नाम पर रखा जाएगा। यह जानकारी उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने दी। बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में CDS Bipin Rawat और उनकी पत्नी का निधन हो गया था। मालूम हो कि उत्तराखंड में सैन्य धाम बनाया जा रहा है। सैन्य धाम निर्माण के लिए प्रदेश के 1,734 शहीद सैनिकों के आंगन से कलश में मिट्टी लाई गई है।
देहरादून के गुनियाल गांव में सैन्यधाम का निर्माण
देहरादून के गुनियाल गांव में सैन्यधाम का निर्माण होने जा रहा है। सैन्यधाम निर्माण के लिए 15 नवंबर को गढ़वाल मंडल के सवाड गांव और कुमाऊ मंडल के मुनाकोट गांव से शहीद सम्मान यात्रा शुरू की गई थी। जिसके बाद यहां से शहीदों के आंगन की मिट्टी एकत्र की गई। शहीदों के आंगन से लाई गई मिट्टी को एक बड़े कलश में रखा जाना है। इसके बाद इसे सैन्यधाम में बनने वाली अमर जवान ज्योति की नींव में रखा जाएगा।
बता दें कि 50 बीघा भूमि पर सैन्यधाम का निर्माण किया जाएगा। 63 करोड़ रुपये की लागत से यह निर्माण कार्य किया जाएगा। इसके अलावा प्रांगण में जसवंत सिंह और हरभजन सिंह का मंदिर होगा। इन दोनों वीर सैनिकों को सेना में भी पूजा जाता है। दो साल के भीतर सैन्यधाम निर्माण पूरा किया जाना है।
धाम में शहीदों के चित्र लगाए जाएंगे
मालूम हो कि सैन्यधाम में द्वितीय विश्वयुद्ध से लेकर अब तक उत्तराखंड के जितने भी सैनिक शहीद हुए हैं, उन सबके चित्र लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उन सभी के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। इसके अलावा सैन्य धाम में लाइट एंड साउंड सिस्टम, टैंक, जहाज के साथ ही अन्य सैन्य उपकरण भी रखे जाने हैं।