मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अमेरिका दौरे से वापस आ गए हैं। मध्यप्रदेश की सड़कों को वॉशिंगटन से भी बेहतर बताने वाला बयान देकर शिवराज का यह दौरा काफी सुर्खियों में रहा लेकिन भोपाल लौटकर उन्होंने एक और नया दावा किया है। शिवराज की माने तो इंदौर और भोपाल न्यूयॉर्क से कहीं ज्यादा स्वच्छ है।
बता दें कि शिवराज एक हफ्ते के अमेरिका दौरे के बाद भारत लौटे हैं। भोपाल लौट कर वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वाशिंगटन डीसी की 92 प्रतिशत सड़कें खराब हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर के एयरपोर्ट से सुपर कॉरिडोर और भोपाल की वीआईपी रोड बेहद खूबसूरत है।
मुख्यमंत्री शिवराज के अनुसार, जब वह वाशिंगटन एयरपोर्ट से शहर जा रहे थे तो उन्हें अपने शहरों की सड़के याद आ रही थी। उन्होंने कहा, “इस बार मेरी यात्रा ज्यादा ही चर्चाओं में रही है, यह बात सही है कि मैंने वहां कहा था कि अमेरिका से हमारे राज्य की कई सड़कें बेहतर हैं, क्योंकि जब मैं वाशिंगटन एयरपोर्ट से शहर जा रहा था, तब मुझे अपने राज्य की सड़कें याद आ गईं।
मैं कोई स्थानीय गलियों की सड़कों के बारे में बात नहीं कर रहा था।’’ चौहान ने कहा, ‘‘मैं आपको उदाहरण देना चाहता हूं कि मध्यप्रदेश में जब आप इन्दौर हवाई अड्डे से सुपर कॉरीडोर सड़क से शहर की ओर जाएंगें तो आप एक विश्वस्तरीय सड़क पाएंगे। जब अमेरिका में मैंने सड़क के बारे में कहा था तो मेरे दिमाग में यही अहसास था। मैं वहां अपने प्रदेश की ब्रांडिग करने गया था, न कि यहां की स्थानीय सड़कों की खराब हालत बताने। लेकिन हमारे कांग्रेसी मित्रों को हर चीज में राजनीति दिखती है।’’ बता दें कि ऐसा कहा कर उन्होंने यह इशारा कांग्रेस की तरफ किया है।
इतना ही नहीं उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि ‘‘अमेरिका में एक महिला राष्ट्रपति बनते बनते रह गयीं जबकि भारत में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री जैसे उच्च पदों सहित पंचायत से संसद तक सभी स्तरों पर महिलाएं आसीन रह चुकी हैं। इस प्रकार जहां तक महिला सशक्तीकरण का सवाल है हम कहीं आगे हैं।’’
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर वह पंडित जी के ‘एकात्म मानववाद’ की अवधारणा पर व्याख्यान देने के लिये अमेरिका के आमंत्रण पर वहां गये थे। विश्व में साम्यवाद, समाजवाद और पूंजीवाद की असफलता के बाद एकात्म मानववाद की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है। शिवराज का दावा है कि भारत और अमेरिका भी बीच बेहतर संबंधों का यह स्वर्णकाल है।