पाकिस्तान ने सारी हदें पार कर दी हैं। आंतकविरोधी का सफेद चोला पहन वह हमेशा आतंकवाद को बढ़ावा देता है और भारत उसके हर ऐसी गतिविधि को नाकाम करने की कोशिश में लगा रहता है। बता दें कि पंजाब पुलिस ने शनिवार को पंजाब के नवांशहर और होशियारपुर से तीन आंतकियों को गिरफ्तार किया। ये आतंकी आंतकवादी संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) से है। इन आतंकियों को आइएसआइ ने प्रशिक्षण दिया था। जानकारी के मुताबिक पंजाब पुलिस ने खुलासा किया कि 21 मई को अमृतसर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट से बीएसएफ द्वारा बरामद हथियार व गोला बारूद भी आइएसवाइएफ ने ही भेजी थी। बीएसएफ ने उस समय इस खेप को लेने का प्रयास कर रहे दो आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया था।
आतंकियों ने बताया कि उन्हें आतंकी हमले करने का जिम्मा सौंपा गया था। साथ ही सिख विरोधी व्यक्तियों को भी निशाना बनाने को कहा गया था। सीमा पार से उन्हें हथियार व धन मुहैया कराने का भी वादा किया गया था। पूछताछ में आतंकी गुरदियाल ने बताया कि वह जम्मू-कश्मीर के कुछ आतंकी संगठनों के संपर्क में भी था।
पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि गुरदियाल सिंह इस आतंकी गिरोह का सरगना था। उन्होंने कहा कि गुरदियाल सिंह जिला होशियारपुर का निवासी है। साथ ही बाकी दो आतंकी जगरूप और सतविंदर क्रमशः जिला शहीद भगत सिंह नगर के रहने वाले हैं। इनसे एक .32 बोर पिस्तौल, एक मैगज़ीन, कारतूस, एक .38 बोर रिवाल्वर, सात कारतूसों भी बरामद हुए। गुरदियाल पिछले 6-7 सालों में धार्मिक जत्थों के साथ कई बार पाकिस्तान जा चुका है। सभी आतंकियों को आइएसआइ ने चार दिन का प्रशिक्षण दिया है। यह प्रशिक्षण हथियार चलाने का था।