भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के नेता राकेश सिंह टिकैत (Rakesh Singh Tikait) तीनों कृषि कानूनों (3 Farm Law) की वापसी के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर लगातार हमलावर हैं। पीएम मोदी (PM Modi) ने 19 नवंबर को बिल वापसी की घोषण करते हुए किसानों से खेतों में लौटने के लिए आग्रह किया है। लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत बार बार सरकार को किसानों की शहादत याद दिला रहे हैं।
700 किसानों की हुई मौत-Rakesh Singh Tikait
राकेश सिंह टिकैत का कहना है कि किसानों की शहातद ना भूलेंगे ना सरका को भूलने देंगे। बॉर्डर खाली करने पर टिकैत ने कहा कि 700 किसान शहीद हुए हैं। 10 हजार लोगों पर मुकदमे हुए हैं, कैसे घर लौट जाएं।
राकेश सिंह टिकैत ने ट्वीट कर लिखा, आंदोलन को यह मुकाम 700 किसानों की शहीदी देकर मिला है। किसान न इस बात को भूलेगा और न ही हुकूमत को भूलने देगा।
इतिहास बदला
बता दें कि गुरुनानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के पावन अवसर पर इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि सरकार ने किसी कानून को बड़े आंदोलन के बाद वापस लिया है। इस मौके पर पिछले एक साल से दिल्ली की दहलीज पर आंदोलन कर रहे किसानों को खेत में लौटने और परिवार के पास जाने का आग्रह करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तीनों कृषि कानूनों (3 Farm Law) को वापस लेने की घोषण की है। उन्होंने घोषणा करते हुए देश वासियों से क्षमा मांगी है। पीएम मोदी ने कहा कि शायद हमारी ही तपस्या में कोई कमी रह गई थी। इस कानून को समझा नहीं पाए। हमारी सरकार ने तीनों कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है।
पीएम मोदी ने उसी कानून को वापस लेने की घोषणा की है जिसे लेकर किसान पिछले एक साल से दिल्ली के सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। वही कानू है जिसे लेकर किसानों और सरकार के बीच 12 दौर की सुलह के लिए वार्ता हुई, पर कोई हल नहीं निकला। यह वही कानून है जिसे लेकर सरकार बार बार कहती थी कि हम कृषि कानूनों को किसी भी सूरत में वापस नहीं लेंगे।
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