उत्तरप्रदेश के बदायूं में मंदिर के भीतर 50 साल की महिला के साथ दुष्कर्म को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी सत्यनारायण को पुलिस ने धर दबोचा है। इस पूरे मामले की जांच एसटीएफ कर रही है।
गुरुवार आधी रात को जिला मजिस्ट्रेट कुमार प्रशांत ने बताया कि सत्यनारायण एक गांव में अपने अनुयायी के घर में छिपा हुआ था जहां से उसे पकड़ा गया। आरोपी से पूछताछ जारी है। बता दें कि सत्यनारायण पर 50 हजार रूपए का इनाम घोषित था। साथ ही यूपी सरकार ने आरोपी पर एनएसए के तहत कार्यवाही करने का आदेश दिया है।
आस्था की जहग पर इस तरह का घिनौना काम होने पर विपक्षी दल योगी सरकार पर हमलावर है। हालांकि सीएम योगी ने कहा था कि बदायूं की घटना अत्यंत निंदनीय है। अभियुक्तों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि ये कांड विपक्षी दलों की आंखों में बस गया है। बीजेपी सरकार अपनी तरफ से कोई चुक नहीं करना चहाती है। इसलिए केस की छानबीन को लेकर सरकार पूरी तरह से सख्त हैं। पुलिस ने इस मामले में गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया था और तीन लोगों को नामजद किया है। पुलिस की ओर से इस मामले में एक्शन के लिए चार टीमें बनाई गई थीं। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में उघैती के थाना प्रभारी राघवेंद्र को सस्पेंड कर दिया गया था।
गौरतलब है कि, महिला रविवार को शाम 6 बजे पूजा के लिए मंदिर गई थी। जब 2-3 घंटे बाद वापस नहीं लौटी तो परिवार वाले थाने गए। लेकिन उन्हें पुलिस ने रात 11 बजे तक अटेंड नहीं किया। परिवार का कहना है कि आरोपियों ने दरवाजे की कुंडी खटखटा के डेडेबॉडी फेंकी और भाग गए। परिवार का ये भी आरोप है कि पुलिस ने सुबह मामले को देखने की बात कही थी।