यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र आज (गुरूवार) से शुरू हो रहा है। सत्र के पहले ही दिन हंगामे के आसार हैं। इस बाबत सरकार ने सत्र को सुचारु रूप से चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। यह सत्र 15 दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलेगा जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी । चलने वाले सत्र में अनुपूरक बजट के अलावा यूपीकोका जैसे विधेयक भी पारित होंगे। बिजली बिल बढ़ोत्तरी, बिगड़ी कानून व्यवस्था, किसान कर्ज माफी, नगर निकाय चुनाव में गड़बड़ी व महंगाई आदि मुद्दों को विपक्ष पहले ही दिन उठाएगा। विपक्ष ने जहां कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है, वहीं सत्तापक्ष ने भाजपा विधानमंडल की बैठक में विपक्ष के जवाब की रणनीति बनाई है। सोमवार 18 दिसंबर को आने वाला गुजरात चुनाव का नतीजा भी काफी मायने में महत्वपूर्ण माना जाएगा।
वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल अनुपूरक बजट पेश करेंगे। इसमें किसान कर्जमाफी, किसानों को 18 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली के लिए भी बजट जारी किया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं में जैसे शिक्षा में बदलाव, बच्चों को जूते, मोजे, स्वेटर, किसानों को खाद, सोलर पम्प, छात्रवृत्ति समेत दर्जनों योजनाओं के मद में बजट को दिया जाएगा। गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने 13 दिसंबर 2017 को सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक में सभी दलों से सहयोग मांगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आरोप प्रत्यारोप से बचने की सलाह दी।
बता दें कि सत्तारूढ़ योगी सरकार यूपी निकाय चुनाव में मिली भारी सफलता से काफी उत्साहित है। पिछले सत्र में विपक्षी दलों ने सदन की कार्यवाही में हिस्सा न लेकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। तब बजट सत्र में विपक्षी नेताओं व सत्ता पक्ष के बीच तीखा विवाद हुआ था। इस बार भी सपा ही नहीं कांग्रेस, बसपा भी सरकार को उसके विशाल बहुमत के बावजूद घेरने की तैयारी में हैं। हालांकि विधानसभा सत्र के एक दिन पहले भाजपा विधानमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में योगी आदित्यनाथ ने पार्टियों के विधायकों और मंत्रियों से सदन में मौजूद रहकर, विपक्ष के आरोपों पर अपना पक्ष मजबूती से रखने को कहा है।